| Song: | Alag Aasmaan | 
| Singer(s): | Anuv Jain | 
| Musician(s): | Anuv Jain | 
| Written by: | Anuv Jain | 
| Label(©): | Anuv Jain | 
Anuv Jain Alag Aasmaan Lyrics
Nayi nahi hain, yeh baatein wahiPhir iss mod par hum mile hainNa jaane ab milenge hum kabhiToh ruk jaao ek pal yahaan pe
Yeh narm chaadron ki silwateinTujhe abhi bula rahi hain“Na jaao door inse, ” yeh kaheinYeh sukoon kahaan pe hai haasil?
Dil ko mere yeh hai pataKi meelon ka yeh faasla haiAlag aasmaan bhi hai toh kya?Yeh dil na maane
Yeh gaadiyon ki aisi daud saTera bhi dil daudta haiHaan, jaa rahe ho door tum toh kya?Main hi toh dil ka musafir
Toh ek baar phir tu hans ke zaraDekh le meri in aankhon meinMain qaid kar loon har woh pal teraTeri yeh baatein jo hain
Toh aur kya hain yeh baatein, bata?Kyun ab din bhi dhalta nahi yeh na ho toh?
Tum ude jaa rahe yeh aasmaan meinKhidkiyon se dekh tu pahaadon koYoon chhote se lageHain kitne bade jo hon saamne
Door jo hain khadeUnhein bhi yeh humari zindagiYoon titliyon si chhoti-chhoti si lageHai kitni badi nahi jaante
Khaali ghar teraYeh chaabiyon ki goonj aiseTujhe dara rahi, tu darna nahiMain hoon yahin par
Ab alag aasmaan haiAur hai zameen bhi kuch alag siPar miloge jab kabhi toh dekhna tabhiMain kuch alag nahi
Anuv Jain Alag Aasmaan Lyrics In Hindi
नई नहीं हैं, ये बातें वही
फिर इस मोड़ पर हम मिले हैं
ना जाने अब मिलेंगे हम कभी
तो रुक जाओ एक पल यहाँ पे
ये नर्म चादरों की सिलवटें
तुझे अभी बुला रही है
“ना जाओ दूर इनसे,” ये कहें
ये सुकून कहां पे है हासिल?
दिल को मेरे ये है पता
कि मीलों का ये फासला है
अलग आसमान भी है तो क्या?
ये दिल ना माने
ये गाड़ियाँ की ऐसी दौड़ सा
तेरा भी दिल दौड़ता है
हां, जा रहे हो दूर तुम तो क्या?
मैं ही तो दिल का मुसाफिर हूं
तो एक बार फिर तू हंस के ज़रा
देख ले मेरी इन आँखों में
मैं क़ैद कर लूं हर वो पल तेरा
तेरी ये बातें जो हैं
तो और क्या हैं ये बातें, बता?
क्यों अब दिन भी ढलता नहीं ये ना हो तो?
तुम उड़े जा रहे ये आसमान में
खिड़कियों से देख तू पहाड़ों को
यूं छोटे से लगे
हैं कितने बड़े जो माननीय सामने
दूर जो हैं खड़े
उन्हें भी ये हमारी जिंदगी
यूं तितलियों सी छोटी-छोटी सी लगे
है कितनी बड़ी नहीं जानते
खाली घर तेरा
ये चाबियों की गूंज ऐसी
तुझे डर लग रहा है, तू डरना नहीं
मैं हूं यहीं पर
अब अलग आसमां है
और है ज़मीन भी कुछ अलग सी
पर मिलोगे जब कभी तो देखना तभी
मैं कुछ अलग नहीं
फिर इस मोड़ पर हम मिले हैं
ना जाने अब मिलेंगे हम कभी
तो रुक जाओ एक पल यहाँ पे
ये नर्म चादरों की सिलवटें
तुझे अभी बुला रही है
“ना जाओ दूर इनसे,” ये कहें
ये सुकून कहां पे है हासिल?
दिल को मेरे ये है पता
कि मीलों का ये फासला है
अलग आसमान भी है तो क्या?
ये दिल ना माने
ये गाड़ियाँ की ऐसी दौड़ सा
तेरा भी दिल दौड़ता है
हां, जा रहे हो दूर तुम तो क्या?
मैं ही तो दिल का मुसाफिर हूं
तो एक बार फिर तू हंस के ज़रा
देख ले मेरी इन आँखों में
मैं क़ैद कर लूं हर वो पल तेरा
तेरी ये बातें जो हैं
तो और क्या हैं ये बातें, बता?
क्यों अब दिन भी ढलता नहीं ये ना हो तो?
तुम उड़े जा रहे ये आसमान में
खिड़कियों से देख तू पहाड़ों को
यूं छोटे से लगे
हैं कितने बड़े जो माननीय सामने
दूर जो हैं खड़े
उन्हें भी ये हमारी जिंदगी
यूं तितलियों सी छोटी-छोटी सी लगे
है कितनी बड़ी नहीं जानते
खाली घर तेरा
ये चाबियों की गूंज ऐसी
तुझे डर लग रहा है, तू डरना नहीं
मैं हूं यहीं पर
अब अलग आसमां है
और है ज़मीन भी कुछ अलग सी
पर मिलोगे जब कभी तो देखना तभी
मैं कुछ अलग नहीं


