| Song: | Arijit Singh Zaalima |
| Singer(s): | Arijit Singh |
| Musician(s): | Amitabh Bhattacharya |
| Written by: | Rahul Dholakia |
| Label(©): | Zee Music Company |
Arijit Singh Zaalima Lyrics
जो तेरी खातिर तड़पे पहले से हाय, क्या उसे तड़पाना?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
जो तेरे इश्क में बहका पहले से ही, क्या उसका इस्तेमाल?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
जो तेरी खातिर तड़पे पहले से हाय, क्या उसे तड़पाना?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
जो तेरे इश्क में बहका पहले से ही, क्या उसका इस्तेमाल?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
आँखें मरहबा, बातें मरहबा
मैं सौ मरतबा दीवाना हुआ
मेरा ना रहा, जब से दिल मेरा
तेरे हुस्न का निशाना हुआ
जिसकी हर धड़कन तू हो, ऐसे दिल को क्या धड़कना?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
जो तेरी खातिर तड़पे पहले से हाय, क्या उसे तड़पाना?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
सांसों में तेरी नज़रियों का
इत्र तू घोल दे, घोल दे
मैं हाय क्यों इश्क जाहिर करूं?
तू भी कभी बोल दे, बोल दे
सांसों में तेरी नज़रियों का
इत्र तू घोल दे, घोल दे
मैं हाय क्यों इश्क जाहिर करूं?
तू भी कभी बोल दे, बोल दे
लेके जान ही जाएगा मेरी
कातिल हर तेरा बहाना हुआ
तुझसे ही शुरू, तुझपे ही ख़तम
मेरे प्यार का फसाना हुआ
तू शम्मा है तो याद रखना मैं भी हूँ परवाना
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
जो तेरी खातिर तड़पे पहले से हाय, क्या उसे तड़पाना?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
दीदार तेरा मिलने के बाद ही छूटे मेरी अंगड़ाई
तू ही बता दे, क्यों “ज़ालिमा” मैं कहलायी?
क्यों इस तरह से दुनिया-जहाँ में करता है मेरी रुसवाई?
तेरा क़ुसूर और “ज़ालिमा” मैं कहलायी
दीदार तेरा मिलने के बाद ही छूटे मेरी अंगड़ाई
तू ही बता दे, क्यों “ज़ालिमा” मैं कहलायी?
तू ही बता दे, क्यों “ज़ालिमा” मैं कहलायी?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
जो तेरे इश्क में बहका पहले से ही, क्या उसका इस्तेमाल?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
जो तेरी खातिर तड़पे पहले से हाय, क्या उसे तड़पाना?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
जो तेरे इश्क में बहका पहले से ही, क्या उसका इस्तेमाल?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
आँखें मरहबा, बातें मरहबा
मैं सौ मरतबा दीवाना हुआ
मेरा ना रहा, जब से दिल मेरा
तेरे हुस्न का निशाना हुआ
जिसकी हर धड़कन तू हो, ऐसे दिल को क्या धड़कना?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
जो तेरी खातिर तड़पे पहले से हाय, क्या उसे तड़पाना?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
सांसों में तेरी नज़रियों का
इत्र तू घोल दे, घोल दे
मैं हाय क्यों इश्क जाहिर करूं?
तू भी कभी बोल दे, बोल दे
सांसों में तेरी नज़रियों का
इत्र तू घोल दे, घोल दे
मैं हाय क्यों इश्क जाहिर करूं?
तू भी कभी बोल दे, बोल दे
लेके जान ही जाएगा मेरी
कातिल हर तेरा बहाना हुआ
तुझसे ही शुरू, तुझपे ही ख़तम
मेरे प्यार का फसाना हुआ
तू शम्मा है तो याद रखना मैं भी हूँ परवाना
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
जो तेरी खातिर तड़पे पहले से हाय, क्या उसे तड़पाना?
ओह, ज़ालिमा, ओह, ज़ालिमा
दीदार तेरा मिलने के बाद ही छूटे मेरी अंगड़ाई
तू ही बता दे, क्यों “ज़ालिमा” मैं कहलायी?
क्यों इस तरह से दुनिया-जहाँ में करता है मेरी रुसवाई?
तेरा क़ुसूर और “ज़ालिमा” मैं कहलायी
दीदार तेरा मिलने के बाद ही छूटे मेरी अंगड़ाई
तू ही बता दे, क्यों “ज़ालिमा” मैं कहलायी?
तू ही बता दे, क्यों “ज़ालिमा” मैं कहलायी?
Arijit Singh Zaalima Lyrics In English
Jo teri khaatir tadpe pehle se hi, kya usey tadpaana?Oh, zaalima, oh, zaalimaJo tere ishq mein behka pehle se hi, kya usey behkaana?Oh, zaalima, oh, zaalima
Jo teri khaatir tadpe pehle se hi, kya usey tadpaana?Oh, zaalima, oh, zaalimaJo tere ishq mein behka pehle se hi, kya usey behkaana?Oh, zaalima, oh, zaalima
Aankhein marhaba, baatein marhabaMain sau martaba deewana huaMera na raha, jab se dil meraTere husn ka nishana hua
Jiski har dhadkan tu ho, aise dil ko kya dhadkaana?Oh, zaalima, oh, zaalimaJo teri khaatir tadpe pehle se hi, kya usey tadpaana?Oh, zaalima, oh, zaalima
Saanson mein teri nazdeekiyon kaItr tu ghol de, ghol deMain hi kyun ishq zaahir karoon?Tu bhi kabhi bol de, bol de
Saanson mein teri nazdeekiyon kaItr tu ghol de, ghol deMain hi kyun ishq zaahir karoon?Tu bhi kabhi bol de, bol de
Leke jaan hi jaayega meriQaatil har tera bahana huaTujhse hi shuru, tujhpe hi khatamMere pyaar ka fasana hua
Tu shamma hai toh yaad rakhna main bhi hoon parwanaOh, zaalima, oh, zaalimaJo teri khaatir tadpe pehle se hi, kya usey tadpaana?Oh, zaalima, oh, zaalima
Deedaar tera milne ke baad hi chhoote meri angdaayiTu hi bata de, kyun “Zaalima” main kehlaayi?Kyun iss tarah se duniya-jahaan mein karta hai meri ruswaayi?Tera qusoor aur “Zaalima” main kehlaayi
Deedaar tera milne ke baad hi chhoote meri angdaayiTu hi bata de, kyun “Zaalima” main kehlaayi?Tu hi bata de, kyun “Zaalima” main kehlaayi?

